दसवीं के बाद से ही हम अपने करियर के बारे में प्लानिंग शुरू कर देते हैं. यदि आप डॉक्टर की पढ़ायी का विचार कर रहे हैं और एक अच्छी जॉब पाना चाहते हैं, तो इस लेख में डॉक्टर बनने के लिए कोर्स की जानकारी और एमबीबीएस डॉक्टर कैसे बने विषय पर पूरे विस्तार से चर्चा की गयी हैं.
दसवीं के बाद हमारे पास दो विकल्प हो जाते हैं या तो आप मैथ विषय का चुनाव कर सकते हैं या फिर जीव विज्ञान विषय का चुनाव कर सकते हैं. यदि आप डॉक्टर बनना चाहतें है तो आपको 11वी से ही जीव विज्ञान विषय को चुनना होगा. आइये देखते हैं डॉक्टर कैसे बनते हैं ,डॉक्टर की पढ़ायी करने के लिए आपको कितना समय लगेगा, नीट की परीक्षा में कितने अंक प्राप्त करने होंगे, और डॉक्टर बनने में कितना पैसा लगेगा.
Table of Contents
डॉक्टर बनने के लिए कोर्स की जानकारी – एमबीबीएस डॉक्टर कैसे बने
डॉक्टर बनने के लिए सबसे ज़रूरी है की आप जीव विज्ञान में रुची रखते हों. जीव विज्ञान विषय के साथ-साथ आपको भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान को अच्छे से पढ़ना होता है. डॉक्टर बनने के लिए MBBS की पढ़ाई करनी पड़ती है.
MBBS की पढ़ायी करने के लिए सबसे पहले आपको एंट्रेंस परीक्षा देना होगा. एंट्रेंस परीक्षा में सफ़ल हुए बच्चों को किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिया जाता है. जब आपका कोर्स पूरा हो जाता है, इसके बाद आप डॉक्टर बन सकते हैं.
नीट की परीक्षा-डॉक्टर बनने के लिए कोर्स
यह एंट्रेंस एग्जाम नीट के द्वारा हर साल कराया जाता है और जब आप 12वी की कक्षा में होते हैं तभी से नीट की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. आइये देखते हैं नीट के बारे में सभी जानकारियों को.
विशेष जानकारी |
विवरण |
परीक्षा का नाम Name of examination |
राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा -Neet |
परीक्षा कराने वाली संस्था |
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) |
परीक्षा का स्तर |
राष्ट्रीय |
परीक्षा की श्रेणी |
अंडर ग्रेजुएट |
परीक्षा का माध्यम |
पेन और पेपर मोड में (ऑफलाइन) |
परीक्षा में दिया जाने वाला समय |
180 मिनट |
शामिल प्रोग्राम |
|
शैक्षिक योग्यता | 12वीं या समकक्ष परीक्षा पीसीबी के साथ पास |
कोर्स के निर्धारित सीट |
83,075 एमबीबीएस सीटें 26,949 बीडीएस सीटें 52720 आयुष 525 बीवीएससी और एएच |
कॉलेज |
542 मेडिकल, 313 डेंटल, 15 एम्स, 2 जिपमर, 914 आयुष, 47 बीवीएससी और एएच |
आवेदकों की संख्या (2020 में) |
15.97 लाख |
परीक्षा देने वाले कुल उम्मीदवार (2020 में) |
13.66 लाख |
क्वालिफाई करने वाले उम्मीदवार (2020 में) |
7.71 लाख |
नीट ऑफिशियल वेबसाइट |
डॉक्टर बनने के लिए कितने साल लगते हैं
यह कोर्स 5.5 साल का होता है. इसमें 6-6 महीने के कुल 9 सेमेस्टर होतें है. इसमें एक साल का इंटर्नशिप भी होती है. कुल मिलाकर आपको 4.5 साल कॉलेज में पढ़ना होता है और उसके बाद किसी हॉस्पिटल में 1 साल ट्रेनिंग करना होता है. इसका बाद आपके नाम के आगे डॉक्टर लिखा जाने लगता है.
MBBS करने के लिए योग्यता- डॉक्टर कैसे बने
यदि आपको डॉक्टर की पढ़ायी करना है तो इसके लिए सबसे न्यूनतम योग्यता 12वी की परीक्षा पास होना ज़रूरी है और साथ ही 12वी की परीक्षा कम से कम 50% के साथ पास होना चाहिए.
इसके प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम आयु 17 वर्ष पूर्ण होनी चाहिए.
आपको किसी MBBS कॉलेज में दाखिले के लिए नीट की परीक्षा देनी होगी और साथ ही न्यूनतम अंक प्राप्त करना होगा. नीट में पासिंग मार्क्स कैटेगरी के अनुसार अलग अलग है.
अभी तक नीट की परीक्षा में शामिल होने के लिए कोई भी अधिकतम आयु तय नहीं है. डॉक्टर बनने के लिए कोर्स में सबसे महत्वपूर्ण MBBS कोर्स को ही माना जाता है.
डॉक्टर बनने के लिए 10वीं के बाद क्या करें
छात्र जब 10वी की परीक्षा पास कर लेता है तो उसे 12वी में जीव विज्ञान, भौतिक और रसायन विज्ञान को अनिवार्य रूप से पढ़ना होता है. यदि आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो जीव विज्ञान विषय को खूब अच्छे से पढ़ना होता है. आप यदि 11वी और 12वी कक्षा में जीव विज्ञान के विषय को अच्छे से पढ़ते हैं तो आप जब MBBS की पढ़ायी के लिए किसी कॉलेज में जाते हैं तो वहां के पाठ्यक्रम को पढ़ने में आपको कोई समस्या नहीं होती है.
किसी MBBS कॉलेज में दाखिले के लिए आप 10वी के बाद से तैयारी शुरू कर सकते हैं. दसवीं के बाद आपको जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान, और रसायन विज्ञान को पढ़ना होगा. इन्हें तीनों विषय से नीट की परीक्षा में सवाल पूछे जाते हैं आगे इसी लेख में बताया गया है कि किस विषय से कितने प्रश्न पूछे जाते हैं. आपको यदि पता होगा कि किस विषय से ज्यादा प्रश्न पूछे जाते है तो आप उस विषय को ज्यादा फोकस कर पाएंगे.
नीट की परीक्षा के लिए आपको दसवीं के बाद से तैयारी शुरू कर देना चाहिए. इसके लिए आप चाहें तो किसी कोचिंग का भी सहारा ले सकते हैं. यदि किसी कारण आप कोचिंग नही ले पाते हैं तो इसके लिए सेल्फ स्टडी के ज़रिये भी तैयारी शुरू कर सकते हैं. यदि आप किसी ऐसे स्थान पर रहते हैं जहाँ पर कोचिंग नही है तो online Padhayi App ke द्वारा भी आप अपनी तैयारी शुरू कर सकते हैं.
नीट एग्जाम पैटर्न
यह परीक्षा भारत में राष्ट्रीय स्तर पर करायी जाती है जिसमें लगभग हर साल 10 लाख से अधिक बच्चे इस परीक्षा में शामिल होते हैं. आइये देखते नीट एग्जाम का पैटर्न क्या है?
- एग्जाम मोड – ऑफलाइन (पेन-पेपर पर आधारित)
- एग्जाम में पूछे जाने वाले प्रश्न – मल्टीपल चाइस क्वश्चन्स (MCQ)
- कुल टाइम – 3 घंटे
- प्रश्न की संख्या – 180
- अंक – 720
- विषय – फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी (बोटनी / जूलॉजी)
- एक प्रश्न 4 अंको का होता है
- प्रत्येक गलत उत्तर पर 1 अंक काट लिया जाता है.
नीट की परीक्षा में प्रश्नों की संख्या
क्रम संख्या | नीट प्रवेश परीक्षा के विषय | प्रश्न पत्र में प्रश्नों की संख्या | कुल निर्धारित अंक | समय |
1 | फिजिक्स | 45 | 180 | 180 मिनट
(3 घंटे) |
2 | केमिस्ट्री | 45 | 180 | |
4 | जूलॉजी | 45 | 180 | |
3 | बॉटनी | 45 | 180 | |
कुल | 180 | 720 |
डॉक्टर बनने के लिए कितना पैसा (फीस) लगता है?
डॉक्टर की पढ़ायी सरकारी कॉलेज और प्राइवेट संस्थानों के माध्यम से की जा सकती है. सरकारी कॉलेज में सामान्यता कम फीस लगती है और प्राइवेट कॉलेज में अधिक फीस लगती है. सरकारी स्कूल में 5000 सालाना तक की फीस देनी होती है. वही प्राइवेट कॉलेज की फीस 10 लाख से 15 लाख के बीच होती है. यदि अपने नीट की परीक्षा पास कर लिया है लेकिन अच्छे नम्बर नहीं आते हैं तो आपको सरकारी कॉलेज नही मिलेगा.
ऐसे में यदि आपके नीट की परीक्षा में कम नम्बर है और आप प्राइवेट संस्था से MBBS की पढ़ायी करना चाहते हैं तो आप विदेश के यूनिवर्सिटी से कर सकते हैं. रशिया में बहुत से कॉलेज है जहाँ भारत के प्राइवेट संस्थान से बहुत कम फीस लगती है. रशिया में 3 से 5 लाख तक की सालाना फीस लगती है.
डॉक्टर बनने के लिए कोर्स की लिस्ट
इसके माध्यम से कई कोर्स में दाखिला प्रदान किया जाता है. इस परीक्षा में प्राप्त अंक के आधार मेरिट के आधार पर कोर्स में दाखिले का वितरण किया जाता जाता है. यदि नीट की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त होते हैं तो MBBS की डिग्री में दाखिला दिया जाता है. नीचे नीट के परीक्षा में शामिल कोर्स की सूची दी गयी है जो आपके प्रश्न डॉक्टर बनने के लिए कोर्स के बारे में एक और जानकारी प्रदान करेगा.
डॉक्टर कोर्स नाम लिस्ट-
MBBS (बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी)
BDS (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी)
BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी)
BHMS (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी)
BUMS (बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी)
BVSC AND AH (बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंसेज एंड एनिमल हस्बैंड्री)
BSMS (बैचलर ऑफ सिद्धा मेडिसिन एंड सर्जरी)
एमएमबीएस की जानकारी – एमबीबीएस डॉक्टर कैसे बने
MBBS की डिग्री को लोग बहुत अधिक अहमियत देते हैं. हर साल लाखों विधार्थी इसके दाखिले के लिए इसके एग्जाम में सम्लित होते हैं. इस लिए यह परीक्षा हर साल कठिन होती जा रही है.
एमबीबीएस के लिए योग्यता: किसी भी कॉलेज में दाखिला लेने के लिए नीट की परीक्षा पास करनी होती है और आपकी उम्र 17 साल पूरी होनी चाहिए.
अवधि: यह कोर्स 5.5 साल का होता है. इसमें सेमेस्टर वाईस एग्जाम कराया जाता है. एक सेमेस्टर 6 महीने का होता है. आपको कुल 9 सेमेस्टर की पढ़ायी करनी होती है. इसके बाद 1 साल की इंटर्नशिप करनी होती है.
फीस MBBS : सरकारी कॉलेज में 10 से 50 हजार तक.
MBBS की पढ़ायी पूरी होने के बाद दो रास्ते होते हैं, चाहे तो आप कही जॉब कर लें या फिर आगे भी पढ़ायी करें. इसके बाद आगे की पढ़ायी में निम्नलिखित कोर्स कम सकते हैं.
- एमएस (मास्टर ऑफ सर्जरी)
- एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन)
एमबीबीएस करने के बाद जॉब्स
इस कोर्स के पूरे हो जाने के बाद नौकरी की कोई कमी नहीं. इसको भारत में सबसे हाई पेयिंग जॉब कहा जाता है. आप अपने MBBS के बाद निम्नलिखित क्षेत्रों में जॉब पा सकते हैं.
- हॉस्पिटल
- सेल्फ औनेड क्लीनिक्स
- लेबोरेटरीज़
- बायोमेडिकल कंपनी
- नर्सिंग होम
- मेडिकल कॉलेज
- मेडिकल ट्रस्ट
- हेल्थ सेंटर
- फार्मास्युटिकल और बायोटेक्नोलॉजी कंपनियां
- एनजीओ
- रिसर्च इंस्टीट्यूट
बीडीएस की जानकारी
इसका फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ डेंटिस एंड साइंस होता है. जिन छात्रों को MBBS में दाखिला कम नम्बर के कारण नही होता है वो बीडीएस में दाखिला ले सकते हैं. इस कोर्स में दांतों के बारे में अध्ययन कराया जाता है. डेंटल डॉक्टर की भी बहुत ज़रूरत होती है. डॉक्टर बनने के लिए कोर्स की लिस्ट में BDS भी एक अच्छा कोर्स माना जाता है.
BDS के लिए योग्यता : इसके लिए भी नीट की परीक्षा पास होना चाहिए. अभ्यार्थी जो इस कोर्स में इनरोल होना चाहतें है उनको 12वी की परीक्षा 50% अंको के साथ उत्तीर्ण होना चाहिये और साथ ही 17 वर्ष उम्र पूरी होनी चाहिए.
बीडीएस की अवधि: इसको पूरा करने में 4 साल लगते हैं और साथ ही 1 साल की इंटर्नशिप भी करना होता है. इस तरह देखें तो यह 5 साल का कोर्स होता है.
बीडीएस की फीस: इसकी फीस सरकारी कॉलेज में कम होती है लेकिन प्राइवेट संस्थान मोटी रकम वसूलते हैं.
BDS के कॉलेज की लिस्ट
- अमृता कॉलेज ऑफ डेंटिस्ट्री, केरल
- मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली
- फ़ैकल्टी ऑफ डेंटल साइंस, किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, लखनऊ
- डेंटल कॉलेज, तिरुवनंतपुरम
- गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज एंड अस्पताल, आंध्र प्रदेश
एडवांस कोर्स बीडीएस के बाद
1 एमएससी प्राइमरी डेंटल केयर में
2 एमएससी पेडियाट्रिक डेंटिस्ट्री में
3 एमएससी रिस्टोरेटिव एंड आर्टिस्टिक डेंटिस्ट्री में
4 एमएसडी (मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी)
बीडीएस के बाद जॉब के अवसर
- डेंटल क्लीनिक
- हॉस्पिटल
- इंटरनेशनल वेल्फेयर्स ओर्गनाईजेशन
- इंडियन आर्म्ड फोर्स
- रिसर्च लैब्स
कैसे 12 वीं के बाद सेना में डॉक्टर बनना
सेना में MBBS करने के बाद जॉब पाने का बहुत ही सुनहरा मौका होता है. यदि सेना में डॉक्टर बनना चाहतें है तो आप डॉक्टर कोर्स को करके सेना में शामिल हो सकते हैं. इसके लिए हर साल डॉक्टरों की रिक्त पदों पर आवेदन माँगा जाता है. इस परीक्षा को पास करने के बाद सेना में डॉक्टर बन सकते हैं.
डॉक्टर बनने के लिए कोर्स में चिकित्सा क्षेत्र के अन्य कोर्स
नीट की परीक्षा के बिना भी कई कोर्स है जिन्हें करके चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ सकते हैं. इस लेख में कुछ कोर्स की चर्चा की गयी है जिन्हें आप करके एक अच्छी नौकरी पा सकते हैं. आइये देखते हैं डॉक्टर बनने के लिए कोर्स में और कौन से कोर्स हैं जिन्हें करके मेडिकल फील्ड से जुड़ सकते हैं.
बी फार्मा
इसका फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ फार्मेसी होता है. इस कोर्स के दौरान दवाओं का अध्ययन किया जाता है. इसमें दवाओं का निर्माण कैसे होता है इसका विशेष ज्ञान छात्रों को दिया जाता है.
यह चार साल का कोर्स होता है जिसे करने के बाद स्नातक की डिग्री प्राप्त होती है. जिसके बाद आप दवा बनाने वाली कंपनी में एक अच्छी नौकरी पा सकते हैं.
इस कोर्स को करने में 10000 से 100000 तक की सालाना फीस लगती है. सरकारी संस्थानों में कम फीस लगती है लेकिन प्राइवेट संस्था बहुत ज्यादा फीस लेते हैं. सरकारी कॉलेज में दाखिले के लिए एंट्रेंस परीक्षा को पास करना पड़ता है जिसके बाद सरकारी कॉलेज प्राप्त होता है.
लैब तकनीशियन कोर्स
यदि आप मेडिकल फील्ड में जॉब पाना चाहते हैं तो लैब तकनीशियन का भी कोर्स कर सकते हैं. यह भी मेडिकल में बहुत अच्छी जॉब मानी जाती है.
इस कोर्स में भी बहुत अधिक जॉब की संभावनाएं हैं. लैब तकनीशियन ब्लड की जाँच करते हैं और उसमें उपस्थित कमियों को पहचानते और रिपोर्ट तैयार करते हैं. लैब तकनीशियन के रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टर इलाज करते हैं.
यह कोर्स डिप्लोमा और डिग्री दोनों स्तर पर कराया जाता है जिसे आप अपनी सुविधा के अनुसार चुन सकते हैं.