अव्यय किसे कहते हैं, अव्यय के भेद, अव्यय की परिभाषा | Avaya meaning in hindi

इस लेख में  अव्यय किसे कहते हैं, अव्यय के भेद, अव्यय की परिभाषा, Avaya Meaning in Hindi पर विस्तार से चर्चा की गयी. इस लिए आप पोस्ट को पूरा पढ़ें.

अव्यय की परिभाषा – अव्यय उन शब्दों को कहते हैं, जिनमें लिंग, वचन, कारक आदि के कारण कोई विकार (परिवर्तन ) नहीं आता , अव्यय कहलाते हैं | इसको अंग्रेजी में ( Indeclinables) कहते हैं

 अव्यय किसे कहते हैं examples

अव्यय किसे कहते हैं 1 . कमलेश धीरे-धीरे लिखता है।

2. पूजा तेज भागती है।

ऊपर दिए गए उदाहरणों में (धीरे – धीरे / तेज ) शब्द “अव्यय” हैं, क्योंकि इसमें कभी विकार ( परिवर्तन ) नहीं होता।

अव्यय के भेद / अव्यय के प्रकार

अव्यय के चार भेद ( प्रकार ) है

1 . क्रिया विशेषण (Adverb)

2 . सम्बन्धबधोक (Preposition )

3 . समुच्चयवाचक ( Conjunction )

4 . विस्मयादिबोधक ( Interjection )

1 . क्रिया विशेषण अव्यय किसे कहते हैं

परिभाषा – जो शब्द क्रिया की विशेषता बतलते हैं, उन्को क्रियाविशेषण कहते हैं।

जैसे – वह धीरे-धीरे लिखता है।

यहां खेलता है, क्रिया है। लिखने के काम धीरे-धीरे हो रहा है। अतः ‘धीरे-धीरे’ क्रियाविशेषण अव्यय है जिसका मूल रूप नहीं बदलता।

क्रिया विशेषण के भेद / प्रकार –

अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण चार प्रकार के होते हैं।

A. स्थानवाचक

स्थितिवाचक – यहाँ, वहाँ,,भितर,बाहर’ |
दिशवाचक – इधर ,उधर ,बाएं ।

B. कालवाचक –

समयवचाक – आज, कल, अभी, तुरंत,।

अवधिवाचक – रात भर, दिन भर, आजकल,।

बारंबारतावचक – हर बार,कई बार,प्रतिदिन।

C . परिमाणवाचक –

अधिक्तबोधक – बहुत,खूब,अति।
न्यूनताबोधक- ज़रा,थोड़ा,कुछ।

D . रीतिवाचक

ऐसे, वैसे, जैसे, अचानक, धीरे, अवश्य,तक,सा,तो,हां।

2 . संबंधवाचक अव्यय किसे कहते हैं  (Preposition)

परिभाषा – जो अव्यय किसी वाक्य के दूसरे शब्दों के साथ संज्ञा या सर्वनाम का सम्बन्ध बताने वाले अव्यय शब्दों को संबंधवाचक कहते हैं।

जैसे – प्रिंका की अपेक्षा आरती एक अच्छ्ही लड़की है।
वह दिन भर काम करता रहा।
मनुष्य पानी के बिना जीवित नहीं रह सकता ।

अर्थ के आधार पर संबंधवाचक अव्यय 14 प्रकार के होते है।

आगे,पीछे,निकट,समीप,सामने,बाहर,आस पास,और,लगभग,मरे,सामने,साने

3 . समुच्चयवाचक अव्यय (conjunction) – समुच्चयबोधक अव्यय किसे कहते हैं

परिभाषा – दो वाक्यों को परस्पर जोड़ने वाले शब्द समुच्चयवाचक अव्यय कहे जाते हैं।

जैसे -सूरज निकला और चिड़िया बोलने लगी ।

यहाँ ‘और` समुच्चयवाचक अव्यय है ।

जैसे – और, तथा, व, किन्तु, परन्तु, , ताकि, इसलिए, कि इत्यादि।

समुच्चयवाचक अव्यय के भेद ( प्रकार )

समुच्चयवाचक अव्यय के दो भेद होते हैं –

1 . समानाधिकरण समुच्चयवाचक – मुख्य वाक्य को जोड़ने वाले अव्यय को समानाधिकरण कहते हैं।

चार प्रकार के होते हैं।

A.संयोजक – और,व्,एवं,तथा,।
B.विभजक – या,वा,अथवा,नहीं तो।
C.विरोध दर्शक – पर,परंतु,लेकिन,मगर
D. परिणाम दर्शक – इसलिए , अतः

2 . व्यधिकरण समुच्चयवाचक – एक वाक्य में जब एक या अधिक आश्रित वाक्य अव्ययों द्वारा जोड़े जाते हैं, तब व्यधिकरण होता हैं।

A. कारण वाचक- क्योंकि इसलिए की
B. उद्देश वाचक – कि जो जोकि ताकि
C. संकेतवाचक – जो तो यदि तो यद्यपि तथापि
D. स्वरूप वाचक – जो अर्थात यानी

4 . विस्मयादिबोधक अव्यय इंटर्जेक्शन

परिभाषा – जिन अव्यय-शब्दों से हर्ष, शोक आदि के भाव प्रकट हो, उनको विस्मयादिबोधक (interjection) कहते हैं।

वाह,आहा,धन्य,जय,हाय,हा,आह,ऊह,काश,ऐ,हां हां,अरे,रे,हे,अहो,।

उम्मीद है इस पोस्ट में द्वारा अव्यय किसे कहते हैं, अव्यय के भेद, अव्यय की परिभाषा, Avaya Meaning in Hindi पर दी गयी जानकारी आपको मदद करेगी.

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